साथियों यह जातीय जनगणना केवल बिहार में ही क्यों सम्पूर्ण भारत में और सभी जाति व धर्म के समस्त नागरिकों की होनी चाहिये किन्तु इसके साथ-२ सभी जातियों के नागरिकों की समस्त चल-अचल सम्पत्तियों की गणना भी हो ताकि पता तो चले कि वर्तमान समय में कौन से लोग वास्तव में दलित या पिछड़े हैं ।
स्थिति स्पष्ट तो हो कि देश की कुल परिसंपत्तियों में किन-२ लोगों की कितने प्रतिशत हिस्सेदारी है क्योंकि लाखों करोड़पति भी दलितों पिछड़ों की जमात में शामिल होकर करदाताओं की खून पसीने की कमाई चूस रहे हैं ।
यदि आप सभी लोग सहमत हों तो कृपया प्रत्येक मंच पर इस माँग को शेयर करें ताकि पूरे भारतवर्ष के नागरिकों तक हमारी आवाज़ पहुँच सके ।
हार्दिक आभार ।
जय हिन्द ।
जय अनारक्षित भारत ॥
आपका सेवक
राजेश कुमार अग्निहोत्री
(राष्ट्रीय अध्यक्ष)
अनारक्षित समाज पार्टी
मोबाइल नम्बरः-
8318924047
9415124337
9935420876
बिहार में 204 जाति आधारित गणना
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